Akbar and Birbal short story Hindi – एक बार की बात है जब अकबर के राज्य में एक बर्तन की दुकान थी । दुकान का मालिक बड़ा ही लालची और बदमाश था, उससे लोग बड़े परेशान रहते थे ।
एक दिन सारे लोग मिलकर बीरबल के पास जाते है और उस दुकान वाले की शिकायत करते है और कहते है कि उस दुकानदार को सबक सिखाओ ।
लोगो की बात सुनकर बीरबल कुछ तरकीब सोचते है और उस दुकानदार के पास जाते है और उससे तीन बड़े-बड़े पतीले खरीदते है ।
कुछ दिनों के बाद बीरबल एक दूसरी दुकान से एक छोटा पतीला लेकर उस लालची दुकानदार के पास जाते है और कहते है “ये आपके एक पतीले ने बच्चा दिया है, इसे आप वापस ले लीजिये ।”
दुकानदार को बीरबल की बात सुनकर बड़ा अजीब लगता है लेकिन वह मुफ्त में पतीला मिलने के लालच में बीरबल से बिना कुछ कहे, ख़ुशी-ख़ुशी पतीला ले लेता है ।
कुछ दिन बाद बीरबल उस दुकान से खरीदा हुआ तीन में से एक पतीला वापस लेकर जाते है और दुकानदार से कहते है “मुझे यह पतीला लौटना है अब मझे यह पसंद नहीं आ रहा है और मुझे इसके पैसे भी वापस चाहिए ।”
दुकानदार कहता है “लेकिन आप तो तीन पतीले लेकर गए थे, तो बाकि के दो कहा है ?”
बीरबल जवाब देते है “बाकि दोनों पतीले की तो मृत्यु हो गई , सिर्फ एक पतीला ही बचा है ।”
बीरबल की बात सुनकर दुकानदार कहता है “ये कैसी बात कर रहे है, जाओ किसी और को बेवकूफ बनाना, भला पतीले की भी मृत्यु होती है क्या ।”
फिर बीरबल जवाब देते है “क्यों नहीं हो सकती, अगर पतीले का बच्चा हो सकता है तो उसकी मृत्यु भी तो हो सकती है ना ।”
दुकानदार बीरबल की बात समझ जाता है और बीरबल के सारे पैसे वापस कर देता है और साथ ही साथ अपनी गलती मानते हुए आगे लालच नहीं करने का वचन देता है ।
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