क़ाज़ी और सोने के सिक्के – Akbar aur Birbal
Akbar aur Birbal – एक बार की बात है, जब दरबार में बादशाह अकबर अपने दरबारियों के साथ किसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे। उसी समय वहां एक किसान अपनी फरियाद लेकर आया और बोला, “महाराज न्याय करो। मुझे इंसाफ चाहिए।” यह सुनकर बादशाह अकबर बोले कि क्या हु? किसान बोला “जहाँपना, मैं एक … Read more