Hindi story for class 1 – एक बार की बात है जब एक लोमड़ी खाने की तलाश में जंगल से लगे हुए एक गांव में जाती है । वहां पर एक घोबी का घर था और धोबी ने एक बड़ी सी टंकी में कपडे रंग करने के लिए नीला रंग डाल रखा था, लोमड़ी ज़मीन पर बनी उस टंकी को देख नहीं पाती और उसमे गिर जाती है ।
लोमड़ी जब उस रंग वाली टंकी से बहार निकलती है तो वह भी नीले रंग की हो जाती है ।
उसी समय लोमड़ी को एक तरकीब सूझती है और वह तुरंत जंगल में वापस जाती है । जंगल पहुंचकर लोमड़ी एक बड़े से चट्टान के ऊपर चढ़ जाती है ।
एक नए नीले जानवर को देख सभी जानवर उस चट्टान के नीचे आकर जमा हो जाते है और आपस में चर्चा करते है कि यह कौन सा नया जानवर आ गया है ।
सभी जानवरो के वहां पर इकठ्ठा होने के बाद लोमड़ी उनसे कहती है “सुनो जंगल के सभी जानवरो, मुझे भगवान ने तुम्हारी रक्षा करने के लिए भेजा है तो आज से इस जंगल का राजा शेर नहीं मै हूँ और तुम सभी को मेरी इज़्ज़त और सेवा करनी पड़ेगी और अगर तुम ऐसा नहीं करोगे तो तुम भगवान का अपमान करोगे ।”
सभी जानवर लोमड़ी की बात मान जाते है, उसकी भरपूर सेवा करते है और पूरा सम्मान देते है ।
लोमड़ी के लिए सब कुछ अच्छा चलते रहता है, बैठे-बैठे उसे खाना मिलता है और उसके सारे काम दुसरे जानवर करते है ।
समय बीतता है और बारिश का मौसम आ जाता है । एक दिन लोमड़ी अपने घर से बाहर घूमने निकलती है और उसी चट्टान पर जाकर खड़े हो जाती है जहां उसे सभी जानवर देख रहे होते होते है ।
लोमड़ी चट्टान पर खड़ी रहती है तभी ज़ोरदार बारिश होनी शुरू हो जाती है, लोमड़ी खड़े होकर मौसम की पहली बारिश का मज़ा लेती है ।
कुछ देर बाद नीचे खड़े सभी जानवर लोमड़ी को देखकर आपस में चर्चा करने लगते है । लोमड़ी का ध्यान उनपर जाता है और वह मन ही मन सोचती है कि ये सारे जानवर आपस में क्या चर्चा कर रहे है और तभी लोमड़ी का ध्यान अपने हाथ और पैर पर जाता है, लोमड़ी देखती है कि उसपर चढ़ा नीला रंग पानी पड़ने पर निकल गया है और उसका झूठ पकड़ा गया है अब उसकी असलियत सभी जानवर के सामने आ गई है ।
फिर लोमड़ी चुपके से चट्टान से उतरकर वहां से भागने की कोशिश करती है लेकिन वह सफल नहीं हो पाती और सभी जानवरो के बीच फस जाती है ।
सभी जानवर लोमड़ी की इस हरकत से बहुत गुस्से में रहते है और उसे पकड़ कर उसकी ज़ोरदार धुनाई करते है और उसे उसकी इस चालाकी के लिए जंगल से भगा देते है ।
इस Hindi story for class 1 – लोमड़ी की चालाकी कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि झूठ कभी भी लम्बे समय तक नहीं चलता और कभी ना कभी वह पकड़ा ही जाता है इसीलिए हमें कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए ।
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