Panchatantra in Hindi short story – एक बार की बात है जब एक अध्यापक अपने शिष्यों के साथ घूमने जा रहे थे। रास्ते में वे अपने शिष्यों को अच्छी संगत के प्रभाव के बारे में समझा रहे थे। लेकिन शिष्य इसे समझ नहीं पा रहे थे। तभी अध्यापक ने फूलों से भरा एक गुलाब का पौधा देखा।
उन्होंने एक शिष्य को उस पौधे के नीचे से मुट्ठी भर मिट्टी उठाकर ले आने को कहा। जब शिष्य मिट्टी उठाकर लाया तो अध्यापक बोले “इसे अब सूंघो।”
शिष्य ने मिट्टी को सूंघा और बोला “गुरु जी इसमें से तो गुलाब की बड़ी अच्छी महक आ रही है।”
तब अध्यापक बोले “बच्चो! जानते हो इस मिट्टी में इतनी अच्छी महक कैसे आई? दरअसल इस मिट्टी पर गुलाब के फूल टूट टूटकर गिरते रहते हैं, तो मिट्टी में भी गुलाब की महक आने लगी है क्योकि इसपर संगत का प्रभाव है ।
और जिस प्रकार गुलाब की पंखुड़ियों के संगत में आने से इस मिटटी में से गुलाब की महक आने लगी है, उसी प्रकार जो व्यक्ति जैसी संगत में रहता है उसमे वैसे ही गुण या दोष आ जाते है ।
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