ज्ञान का महत्व – Panchatantra ki kahaniya in Hindi

Panchatantra ki kahaniya in Hindi – एक  बार की बात है एक हिरन अपने जंगल से घुमते हुए दुसरे जंगल में जाता है, घुमते हुए उसे उस नए जंगल की सुन्दर और हरियाली बहुत पसंद आती है ।

कुछ देर नए जंगल में चलने के बाद उसे एक बारहसिंघां मिलता है और वह हिरन से कहता है “अरे भाई, तुमको तो इस जंगल में मैंने पहली बार देखा है, तुम इस जंगल में नए हो क्या ?

हिरन कहता है “है भाई, मै बगल वाले जंगल से आया हु और यहाँ बस घूम रहा हु ।”

बारासिंघा कहता है “यहाँ ऐसे मत घूमो, तुरंत अपने जंगल वापस चले जाओ, यहाँ एक खूंखार शेर घूम रहा है अभी, वो किसी को नहीं छोड़ता है और फिर तुम तो इस जंगल में नए भी हो ।”

बारासिंघा की बात सुनकर हिरन मन में सोचता है “लगता है ये बारहसिंघां मुझे डरा रहा है ताकि मै यह जंगल छोड़कर वापस चले जाऊ, इतना सुन्दर और हराभरा जंगल है, मै तो आज पूरा जंगल घूम के ही वापस जाऊंगा ।”

हिरन अपने मन यह सब बात सोचते हुए आगे बढ़ रहा था तभी उसका ध्यान नहीं जाता और वह एक सोये हुए शेर की पूछ अपने पैरो से खूँद देता है ।

शेर गुस्से में नींद से उठता है और देखता है कि उसके सामने एक हिरण खड़ा हुआ है ।

शेर को देखते है हिरण वहां से भागने लगता है और शेर उसके पीछे उसे पकड़ने के लिए दौड़ता है ।

हिरण भागते हुए अपने जंगल आ जाता है लेकिन शेर उसे पकड़ लेता है और मारकर खा जाता है ।

फिर शेर देखता है कि वह नै जगह पहुंच गया है और चारो तरफ उसे बहुत सरे हिरण दीखते है जिसे देख वह मन ही मन सोचता है “अरे वाह, यहाँ तो मेरे भोजन के लिए बहुत सारे हिरण है ।”

शेर तुरंत वहा खड़े हिरन पर हमला कर देता है जिसे देख बाकी के हिरण वहा से भागने लगते है लेकिन तब तक शेर दो हेरानो को मार चूका होता है ।

बाकी हिरण अपनी जान बचाकर शेर से थोड़ी दूर पहुंचते है तभी झुण्ड का मुखिया कहता है “हम सभी को यहाँ से कही दूर भागना पड़ेगा ।”

तभी एक छोटा हिरण कहता है “मुखिया जी, हमें सिर्फ पंद्रह दिन किसी झाड़ियों में छुपकर बिताना होगा क्योकि मेरी जानकारी के अनुसार शेर पंद्रह दिन तक ही बस बिना खाना खाये रह सकता है और हम इक्कीस दिन तक बिना कुछ खाये रह सकते है ।”

झुण्ड के सभी हिरण छोटे हिरन की बात मान लेते है और पंद्रह दिन तक झाड़ियों में छुप जाते है और वैसा ही होता है जैसा छोटे हिरण ने कहा था ।

शेर यहाँ वहा भटक के पंद्रह दिन काटता है और फिर उसे भूख लगा जाती है जिसके कारन उसे उस जंगल से खाने की खोज में अपने पुराने जंगल जाना पड़ता है ।

फिर सारी हिरण झाड़ियों से बाहर निकलते है और छोटे हिरण का धन्यवाद् करते है सभी की जान बचने के लिए ।

इस Panchatantra ki kahaniya in Hindi – ज्ञान का महत्व कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें हमेशा ज्ञान लेते रहना चाहिए क्योकि ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता है और कभी ना कभी हमारे उपयोग में आता ही है ।

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