शेर की खाल – Panchatantra stories in Hindi with moral

Panchatantra stories in Hindi with moral – एक बार की बात है जब एक गांव में एक धोबी रहता था । धोबी के पास एक गधा था । धोबी बहुत गरीब था इसीलिए वह गधे को अच्छे से खाना नहीं खिला पाता था जिसके कारण गधा बहुत ही कमज़ोर था ।

गधे के कमज़ोर होने के बाद भी धोबी उसकी पीठ पर ढेर सारे कपडे लादता और उससे पूरी मेहनत करवाता ।

एक दिन गधा परेशांन होकर धोबी से कहता है “मालिक, मै अब इतना भार नहीं उठा सकता, मै बहुत कमज़ोर हो गया हूँ, या तो आप मुझसे काम मत करवाइये या फिर मेरे लिए अच्छे खाने की व्यवस्था कीजिये ।”

गधे की बात सुनकर धोबी को गुस्सा आ जाता है और वह कहता है “तुम मेरे नौकर हो और मै तुम्हारा मालिक, तुमको शिकायत करने का कोई अधिकार नहीं है, मै जितना चाहे तुमसे काम कराऊ ।”

ऐसा कहकर धोबी गधे को फिर से काम में लगा देता है लेकिन कुछ देर बाद गधे को देखकर उसे दया आ जाती है और वह सोचने लगता है कि वह गधे के लिए खाने की व्यवस्था कैसे करे ।

सोचते हुए वह जंगल की तरफ टहलने के लिए निकलता है तभी उसे वहा एक मरे हुए शेर की खाल पड़ी हुई मिलती है ।

धोबी को शेर की खाल देखकर एक विचार आता है और वह शेर की खाल उठाकर अपने घर ले आता है और गधे से कहता है “मै तुम्हे यह शेर की खाल पहना रहा हूँ, इसे पहनकर तुम बिल्कुल शेर की तरह दिखोगे जिससे लोग तुमसे डरेंगे और तुम किसी भी खेत में जाकर, पेट भर अनाज खा सकते हो और कोई तुम्हे कुछ नहीं कह पाएगा ।”

धोबी की बात सुनकर घड़ा पूछता है “मालिक, लेकिन अगर मुझे किसी ने पहचान लिया कि मै शेर नहीं गधा हूँ, फिर मै क्या करूँगा ?”

धोबी कहता है “तुम कितने डरपोक हो, इतना डरोगे तो जीवन कैसे जियोगे, तुमने मुझसे तुम्हारे लिए भोजन की व्यवस्था करने को कहा था और मैंने कर दिया, अब ये तुम्हारे ऊपर है कि तुम इसमें सफल हो पते हो या नहीं ।”

गधा धोबी की बात मान जाता है और रात होते ही पास के ही खेत में चला जाता है । जैसे ही गधा खेत में पहुँचता है, खेत की रखवाली करने वाले लोग उसे देखकर चिल्लाते हुए भाग जाते है और फिर गधा मज़े से पेट भर अनाज खाता है ।

कुछ दिनों तक ऐसा ही चलता रहता है लेकिन एक दिन जब गधा खेत में अनाज खा रहा था तभी पास से ही एक और गधे के चिल्लाने की आवाज़ आने लगती है जिसे सुनकर गधा यह भूल जाता है कि वह अभी शेर की खाल में है और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगता है ।

शेर की खाल में गधे की आवाज़ सुनकर पास में ही छुपे खेत की रखवाली करने वाले लोग आते है और उस गधे को मरने लगते है और उसकी जान ले लेते है ।

जब गधा देर रात तक घर नहीं पहुँचता तो धोबी उसे ढूंढने के लिए खेत की तरफ जाता है और वह उसे गधे का मृत शरीर  पड़ा हुआ मिलता है जिसे देखकर वह समझ जाता है कि गधे को किसी ने पहचान लिया और उसे मार दिया और धोबी को इस बात का बहुत दुःख होता है कि उसकी आज्ञा का पालन करने के कारण ही गधे की मृत्यु हो गई ।

इस Panchatantra stories in Hindi with moral – शेर की खाल कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि मनुष्य का चरित्र कभी नहीं बदलता है, चाहे वह कितनी भी कोशिश कर ले, उसकी सच्चाई किसी ना किसी दिन सामने आ ही जाती है ।

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