Shikshaprad kahani – एक बार की बात है जब एक चौदह साल का लड़का हर दिन अपने पिता के साथ सैर पर जाता था। एक दिन उस लड़के ने अपने पिताजी से कहा कि चलिए पिताजी आज हम एक प्रतियोगिता करते है।
जो भी पहले सामने वाले मंदिर को छू लेगा वह प्रतियोगिता जीत जायेगा। पिताजी तैयार हो जाते है। मंदिर की दूरी काफी थी। दोनों ने धीरे-धीरे दौड़ना शुरू किया।
कुछ देर दौड़ने के बाद पिताजी रुक जाते है। अपने पिताजी को ऐसे अचानक रुकते हुए देख वह लड़का उनसे पूछता है कि क्या हुआ पिताजी, आप ऐसे अचानक रुक क्यों गए?
पिता ने कहा, कुछ नहीं बेटा मेरे जूते में कुछ कंकड़ आ गए है, मै उन्हें निकालने के लिए रुका हूँ।
पिता की बात सुन लड़के ने कहा, पिताजी, कंकड़ तो मेरे जूतों में भी है लेकिन मै उन्हें नहीं निकालूंगा क्योकि अगर मै रुक गया तो में प्रतियोगिता हार जाऊँगा और इतना बोलते हुए वह तेजी से दौड़ने लगा।
पिताजी जब कंकड़ निकाल कर आगे बढे तब तक वह लड़का बहुत आगे बढ़ चूका था। अब उस लड़के को पाँव में दर्द हो रहा था और उसी वजह से उसकी गति भी अब कम होती जा रही थी।
धीरे-धीरे पिताजी उसके करीब पहुंचने लगे। अपने बेटे के पैरो में तकलीफ देखकर पिताजी ने उसे कहा, बेटा तुम पहले अपने जूतों में से कंकड़ निकाल लो।
बेटे ने कहा, पिताजी मेरे पास इसके लिए अभी समय नहीं है। लड़का इतना बोलकर दौड़ता रहा लेकिन कुछ ही देर में पिताजी उससे आगे निकल गए।
कंकड़ के चुभने की वजह से लड़के को बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही थी और अब उससे चला भी नहीं जा रहा था, वह बोला पिताजी, अब मैं और नहीं दौड़ सकता।
पिताजी जल्दी से दौड़कर वापिस अपने बेटे के पास आए और उसके जूते खोलकर देखने लगे और उन्होंने देखा कि बेटे के पाँव से खून निकल रहा है। वे उसे घर ले जाते है और मरहम-पट्टी करते है।
जब बेटे का दर्द कुछ कम होता है तब पिताजी उसे समझाते है कि बेटा, मेने तुमसे कहा था कि पहले अपने कंकडों को निकाल लो फिर दौड़ो जिसपर बेटे ने कहा कि पिताजी मैंने सोचा कि अगर में रुकुंगा तो में प्रतियोगिता हार जाऊंगा।
फिर पिताजी ने बेटे से कहा कि बेटा अगर हमारी जिंदगी में कोई समस्या आती है तो हमें उसे यह कहकर नहीं टालना चाहिए कि हमारे पास अभी समय नहीं है। क्योकि हम अगर समस्या को टालते है तो वह धीरे-धीरे और बडी बन जाती है और अंत में हमें पहले जितना नुकसान पहुंचा सकती थी उससे कहीं गुना ज्यादा नुकसान पहुंचा देती है।
तुम्हे कंकड़ निकालने में ज्यादा से ज्यादा एक मिनट का समय लगता पर अब तुम्हे कम से कम एक हफ्ते तक दर्द सहना होगा।
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